– महाराष्ट्र सरकार ने घोषित किया था कुल 16 लाख रुपयों का ईनाम
The गढ़विश्व
गढचिरौेली, 27 : आत्मसमर्पीत माओवादीयों के लिए पुलिस बल द्वारा चालाएं जाने वाले पुनर्वास योजना के चलते आज 27 जुन 2024 को दो महिला जहाल माओवादी बाली ऊर्फ रामबत्ती ऊर्फ झरीना नरोटे, प्लाटुन पार्टी कमिटी सदस्य / एरीया कमिटी सदस्य कंपनी क्र. 10, (उम्र 28 ) रा. झारेवाडा, ता. एटापल्ली, जि. गढचिरौली और शशीकला ऊर्फ चंद्रकला ऊर्फ सुनंदा ऊर्फ मनिषा ऊईके, प्लाटुन पार्टी कमिटी सदस्य / एरीया कमिटी सदस्य कंपनी क्र. 10, (उम्र 29) साल, र. कटेझरी ता. धानोरा, जि. गढचिरौली इन्होने गढचिरौली पुलिस बल के सामने आत्मसमर्पण किया हैं।
सरकार द्वारा 2005 में घोषित आत्मसमर्पण योजना के कारण और हिंसा के जिवन से तंग आकर वरिष्ठ माओवादीयों समेत कई जहाल माओवादीयोने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया हैं। साथ ही, आत्मसमर्पीत माओवादीयों के लिए पुलिस बल द्वारा चालाएं जाने वाले पुनर्वास योजना के चलते अबतक कुल 666 माओवादीयों ने गढचिरौली पुलिस बल के सामने आत्मसमर्पण किया हैं।
गढ़चिरौली पुलिस बल द्वारा चलाए जाने वाले प्रभावी माओवादी विरोधी अभियान के कारण और सरकारने माओवादीयों कों आत्मसमर्पण का सुनहरा अवसर उपलब्ध करा देने के कारण सन्मानपुर्वक जीवन बिताने के लिए वर्ष 2022 से 2024 तक कुल 19 जहाल माओवादीयों ने आत्मसमर्पण किया हैं। उक्त माओवादी के आत्मसमर्पण कर मुख्याधारा में लाने की कार्यवाही संदीप पाटील, विशेष पुलिस महानिरीक्षक (नक्सल विरोधी अभियान) नागपुर, अंकीत गोयल, पुलिस उपमहानिरीक्षक गढचिरौली परिक्षेत्र,नीलोत्पल, पुलिस अधीक्षक गढचिरौली के मार्गदर्शन में की गई हैं। साथ ही पुलिस अधीक्षक गढचिरौली नीलोत्पल ने आवाहन किया हैं की, पुलिस बल विकास कार्यो मे बाधा डालने वाले माओवादीयों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने के लिए सक्षम है, वही गढचिरौली पुलिस बल उन लोगों की मदद करेगी जो विकास के मुख्य धारा में शामिल होने और लोकतंत्र मैं सम्मान जनक जीवन जीने के लिए इच्छुक हैं, उन्हे गढचिरौली पुलिस बल पुरा सहयोग करेगा। इस लिए राह भटके हुए माओवादी मुख्यधारा मे शामिल होकर शांततापुर्ण जीवन व्यातीत करें।
आत्मसमर्पीत जहाल माओवादी के बारे मे जानकारी
बाली ऊर्फ रामबत्ती ऊर्फ झरीना नरोटे
-दलम में कार्यकाल
वर्ष 2010 में बतौर सदस्य के रुप में गट्टा दलममें भरती होकर कार्यरत । 2010 अखेर अहेरी दलम में तबादला होकर कार्यरत। 2016 मे अहेरी दलमसें कंपनी क्र. 10 में तबादला होकर कार्यरत। 2021 में पीपीसीएम/एसीएम (प्लाटुन पार्टी कमिटी सदस्य/एरीया कमिटी सदस्य) पद पर पदोन्नत होकर आज तक कार्यरत।
उसके खिलाफ आज तक कुल 21 अपराध दर्ज है। जिनमें 10 मुठभेड, 01 आगजनी, 01 अपहरण एवं 09-अन्य मामलों का समावेश है।
शशीकला ऊर्फ चंद्रकला ऊर्फ सुनंदा ऊर्फ मनिषा ऊईके
-दलम में कार्यकाल
2011 में बतौर सदस्य के रुप में टिपागड दलम में भरती होकर कार्यरत। 2013 मे टिपागड दलम से कंपनी क्र. 04 में तबादला होकर कार्यरत ।2021 मे कंपनी क्र. 04 सें कंपनी 10 में तबादला । 2023 में पीपीसीएम/एसीएम (प्लाटुन पार्टी कमिटी सदस्य/एरीया कमिटी सदस्य) पद पर पदोन्नत होकर आज तक कार्यरत।
उसके खिलाफ आज तक कुल 08 अपराध दर्ज है। जिनमें 06 मुठभेड, 02 अन्य मामलों का समावेश है।
आत्मसमर्पण के कारण
दलम के वरिष्ठ माओवादी कहते है की, आंदोलन एवं लोगो के लिए पैसा इकठ्ठा करो। वास्तव में इकठ्ठा किया गया पैसा वरिष्ठ माओवादी लोगो के विकास कार्य के लिए न करते हुए अपने व्यक्तीगत काम के लिए इस्तेमाल करते हैं।
वरिष्ठ माओवादी महिलाओं से भेदभाव जनक बर्ताव करते हैं।
वरिष्ठ माओवादी नेता केवल अपने फायदे के लिए गरिब आदिवासी युवाओ का इस्तेमाल करते हैं।
दलम मे रहते हुए शादी होने के बावजुद भी स्वतंत्र रुप से वैवाहिक जीवन जी नही सकते। पुलिस बल द्वारा चलाए जाने वाले नक्सल विरोधी अभियान के कारण जंगल में रहना मुश्किल हो गया हैं।
मुखबीर होने के संदेह पर हमारे भाई – बहनों को मारने को कहा जाता हैं।
मुठभेड के दौरान पुरुष माओवादी भागने में सफल हो जाते हैं, परंतू महिला माओवादी भागने में कमजोर पड जाती है और वे मारे जाती हैं।
श्व् नक्सल दलम मे रहते समय दिन-रात भटकना पडता हैं। स्वास्थ की समस्य बढती है, फिर भी स्वास्थ समस्याओं पर ठिक से ध्यान नहीं दिया जाता हैं। गढचिरौली जिले में तथाकथित क्रांती ने जनसमर्थन और समर्थन गवा दिया है।
सरकार द्वारा घोषित ईनाम
महाराष्ट्र सरकारने बाली ऊर्फ रामबत्ती ऊर्फ झरीना नरोटे पर कुल 08 लाख और शशीकला ऊर्फ चंद्रकला ऊर्फ सुनंदा ऊर्फ मनिषा ऊईके पर कुल 08 लाख रुपयों का इनाम घोषित किया था।
आत्मसमर्पण के बाद सरकार की और मिलने वाले ईनाम.
आत्मसमर्पण के बाद पुनर्वसन के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से बाली ऊर्फ रामबत्ती ऊर्फ झरीना नरोटे को कुल 05 लाख और शशीकला ऊर्फ चंद्रकला ऊर्फ सुनंदा ऊर्फ मनिषा ऊईके को कुल 05 लाख रुपयों का ईनाम घोषित किया हैं।
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Two Hardcore Women Maoists surrender before Gadchiroli Police
– They carried a total reward of Rs. 16 Lakhs on themselves.
Gadchiroli, 27 : Disillusioned by the hollow claims of Maoism and frustrated by their mindless violence against civilians, a large number of members of the banned CPI (Maoist) are attracted to the Surrender cum Rehabilitation Policy implemented by the Government of Maharashtra since 2005. Thanks to the effective implementation of this Policy, a total of 666 active Maoists till date have surrendered before the Gadchiroli Police. Today ie. on 27/06/2024 two hardcore Women Maoists viz. Bali @ Rambatti @ Zarina Narote, Platoon Party Committee Member/Area Committee Member, Company No. 10, (Age 28y) , R/o Zarewada, Tah. Etapalli, Dist. Gadchiroli and Shashikala @ Chandrakala @ Sunanda @ Manisha Uike, Platoon Party Committee Member/Area Committee Member, Company No. 10, (Age :29y) , R/o Katezari, Tah. Dhanora, Dist. Gadchiroli have surrendered before Gadchiroli Police.
Information about Surrendered Maoists:
1. Bali @ Rambatti @ Zarina Narote
– Tenure in Maoist Organization:
• Recruited as member in Gatta LOS in 2010.
• Transferred to Aheri LOS at the end of 2010.
• Transferred from Aheri LOS to Company No. 10 in 2016.
• Promoted as PPCM / ACM (Platoon Party Committee Member/Area Committee Member) in Company No. 10 in 2021 and was working as PPCM – Coy. No. 10 till date.
Offences regd –
A total of 21 crimes have been registered against her, out of which 10 – Encounters, 01-Arson, 01- Abduction and 09- Other offences.
2. Shashikala @ Chandrakala @ Sunanda @ Manisha Uike
– Tenure in Maoist Organization:
1) Recruited as member in Tipagarh LOS in 2011.
2) Transferred to Company No. 04 in 2013.
3) Transferred from Company No. 04 to Company No. 10 in 2021.
4) Promoted as PPCM /ACM (Platoon Party Committee Member/Area Committee Member) in Company10 in 2023 and was working as PPCM – Coy. No. 10 till date.
Offences regd –
A total of 08 crimes have been registered against her, out of which 06 – Encounters and
02- Other offences.
Reasons for their surrender:
Senior Maoists instructed us to collect money for the movement/people, but they actually used that money for themselves, never for people’s development.
Women are badly discriminated against by senior Maoists.
Senior Maoists exploited the poor tribal youths only for their benefit.
Married Party members could not live an independent married life.
Due to the aggressive anti-Maoist operations of the Gadchiroli Police, moving in the forest had become dangerous.
Fellow tribals were killed based solely on suspicion of being police informers.
During encounters, male Maoists ran away leaving woman Maoists to fend for themselves and often got killed.
Senior Maoist cadres don’t pay attention to medical problems of party members.
The so called revolution has lost public support and base in Gadchiroli district.
Reward on their arrest / encounter:
Maharashtra Government had announced a reward of Rs. 08 – 08 lakhs on Bali @ Rambatti @ Zarina Narote.
And Shashikala @ Chandrakala @ Sunanda @ Manisha Uike.
Reward on surrender:
After surrender, Bali @ Rambatti @ Zarina Narote will receive Rs. 05 Lakhs and Shashikala @ Chandrakala @ Sunanda receive Rs. 05 Lakhs as reward declared by the Central Government & Maharashtra Government for rehabilitation.
Due to the intensified anti-Maoist operations conducted by Gadchiroli Police and the golden opportunity provided by the Government of Maharashtra for Maoists to surrender and lead a respectful life, 19 hardcore Maoists have surrendered before the Gadchiroli Police from the year 2022 till date. This action was carried out under the guidance of Shri. Sandip Patil, Special Inspector General of Police (ANO) Nagpur, Shri. Ankit Goyal, Dy. Inspector General of Police, Gadchiroli Range, Shri. Neelotpal, Supdt. Of Police,Gadchiroli. Shri Neelotpal, SP, Gadchiroli has assured that all necessary assistance would be provided to those willing to surrender and join the mainstream society, embracing the ways of democracy. Furthermore, he appealed to active Maoists to renounce the path of violence and adopt the path of peace and join the mainstream of development.
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