The गढ़विश्व
गढचिरौली , २१ : मुठभेड,आगजनी, खुन अदि अपराध में सीधे तौर पर शामील जहाल महिला माओवादी संगिता पुसू पोदाडी ऊर्फ सोनी ऊर्फ सरीता ऊर्फ कविता (उम्र 40 ), रा. तुर्रेमरका, पो. लाहेरी, तह. भामरागड, जि. गढचिरौली ने २१ अगस्त २०२४ को गढचिरौली पुलिस बल के सामने आत्मसमर्पण किया हैं।
वर्ष 2005 से सरकार द्वारा घोषित आत्मसमर्पण योजना के कारण और हिंसा के जिवन से तंग आकर वरिष्ठ माओवादीयों समेत कई जहाल माओवादीयांे ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया हैं। साथ ही, आत्मसमर्पीत माओवादीयों के लिए पुलिस बल द्वारा चालाएं जाने वाले पुनर्वास योजना के चलते अबतक कुल 672 माओवादीयों ने गढचिरौली पुलिस बल के सामने आत्मसमर्पण किया हैं।
आत्मसमर्पीत जहाल महिला माओवादी संगिता पुसू पोदाडी ऊर्फ सोनी ऊर्फ सरीता ऊर्फ कविता यह 2007 में नैबरेड दलम माड डिव्हिजन नारायणपुर (छ.ग) में सदस्य पदपर भरती। 2008 में कोहकामेटा दलम माड डिव्हिजन नारायणपुर (छ.ग) में तबादला होकर 2010 तक कार्यरत। 2010 मे महासमुंद (छ.ग) दलम में तबादला और वर्ष 2014 मेंे एसीएम पदपर पदोन्नती होकर आजतक कार्यरत थी। इसने अपने इस कार्यकाल में ०७ मुठभेड, ०१ आगजनी, ०३ खुन को अंजाम दिया था।
आत्मसमर्पण के कारण
माओवादी दलम मे दिन-रात वन मे घुमते हुए जिवन बिताना पडता हैं, अगर किसी को स्वास्थ्य को लेकर कोई समस्या हुई तो उसपर ध्यान नही दिया जाता।
दलम के वरिष्ठ माओवादी द्वारा महिलाओ के साथ भेदभाव किया जाता हैं।
दलम के वरिष्ठ नेता कहते हैंै की, आंदोलन एवं लोगो के लिए पैसा इकठ्ठा करना पडता हैं। वास्तव में इकठ्ठा किया गया पैसा वरिष्ठ माओवादी लोगो के विकास कार्य के लिए न करते हुए वही पैसा स्वयं के लिए इस्तेमाल करते हैं।
वरिष्ठ माओवादी नेता केवल अपने फायदे के लिए गरिब आदिवासी युवाओ का इस्तेमाल करते हैं।
अगर कोई सदस्य दलम में रहते हुए शादी कर भी लेता है, तो भी वह स्वतंत्र वैवाहिक जीवन नहीं जी सकता।
वरिष्ठ माओवादी नेता केवल पुलिस मुखबिर होणे के संदेह पर हमारे ही भाई-बहनो की हत्या करणे को कहते हैं।
मुठभेड के दौरान पुरूष माओवादी भाग जाने में सफल हो जाते हैं, पर महिला मारे जाते हैं।
आत्मसमर्पण के बाद पुनर्वसन के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से संगिता पुसू पोदाडी ऊर्फ सोनी ऊर्फ सरीता ऊर्फ कविता को कुल 4.5 लाख रुपयों का ईनाम घोषित किया हैं।
गढ़चिरौली पुलिस बल द्वारा चलाए जाने वाले प्रभावी माओवादी विरोधी अभियान के कारण और सरकारने माओवादीयों कों आत्मसमर्पण का सुनहरा अवसर उपलब्ध करा देने के कारण सन्मानपुर्वक जीवन बिताने के लिए वर्ष 2022 अबतक कुल 24 जहाल माओवादीयों ने आत्मसमर्पण किया हैं। उक्त माओवादी के आत्मसमर्पण कर मुख्याधारा में लाने की कार्यवाही संदीप पाटील, विशेष पुलिस महानिरीक्षक (नक्सल विरोधी अभियान) नागपुर, अंकित गोयल, पुलिस उपमहानिरीक्षक, गढचिरौली परिक्षेत्र,अजय कुमार शर्मा, पुलिस उप-महानिरीक्षक (अभियान) सीआरपीएफ, नीलोत्पल, पुलिस अधीक्षक गढचिरौली और दाओ इंजिरकान कींडो, कमांण्डट 37 बटा. सिआरपीएफ के मार्गदर्शन में पुरी की गई हैं। साथ ही पुलिस अधीक्षक गढचिरौली नीलोत्पल ने आवाहन किया हैं की, पुलिस बल, विकास कार्यो मे बाधा डालने वाले माओवादीयो के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने के लिए सक्षम है, वही गढचिरौली पुलिस बल उन लोगो की मदद करेगी जो विकास के मुख्य धारा मे शामील होने और लोकतंत्र में सम्मान जनक जीवन जीने के लिए इच्छुक है, उन्हे गढचिरौली पुलिस बल पुरा सहयोग करेगा। इस लिए राह भटके हुए माओवादी मुख्यधारा मे शामील होकर शांततापुर्ण जीवन व्यातीत करें।