The गढ़विश्व
गढ़चिरौली : जिले के भामरागड तहसिल नक्सल प्रभावित इलाके के पुलिस सहायता केंद्र बुर्गी (ये) अंतर्गत वनक्षेत्र के गुंडापुरी गाव के एक खेत के झोपडी में 06 दिसंबर 2023 को रात को देवु कुमोटी (उमर 60), सौ. बिच्चे देवु कुमोटी (उमर 55)और कु. अर्चना तलांडी (उमर 10) इन तीनों की लोहे के हथौडे और धारधार चाकु से गला काटकर बेरहमीसे हत्या की जानकारी ग्रामीणों के सामने आते ही, मृतक के बेटे वीनू देवु कुमोटी की शिकायत के आधार पर पुलिस थाना आलदंडी मे मामला दर्ज कराया गया ।
इस हत्याकांड का गढ़चिरौली पुलिस बल ने खुलासा कर नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। रमेश कुमोटी, विनु कुमोटी अभियोजक (फिर्यादी), जोगा कुमोटी,गुना कुमोटी, राजु आत्राम (येमला),नागेश येमला,सुधा येमला,कन्ना हिचामी सभी र. गुंडापुरी, साथ ही मृतक का जमाई तानाजी कंगाली र. विसामुंडी, त. भामरागड, जि. गढचिरौली ऐसे आरोपियों के नाम है।
एक रात में अज्ञात व्यक्ती ने तीन लोगो की हत्या करने की बात से पुरे जिला को हिला दिया। समाज के सभी स्तरो से इस घटना पर खेद व्यक्त किया हैं, और हत्यारों को कडी से कडी सजा की मांग की गयी हैं। पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल सा इस घटना की गंभीर्यता को देखते हुए जल्द से जल्द खुलासा करने के लिए अपराध की जांच करने हेतू स्थानिक गुन्हा शाखा को सौप दिया। नए से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अहेरी का पदपर आने वाले एम. रमेश सा, अनुमंडलीय पुलिस अधिकारी हेडरी बापुराव दडस, स्थानिक गुन्हा शाखा के पुलिस निरीक्षक उल्हास भुसारी को अपनी जांच टीम के साथ पुलिस सहायता केंद्र बुर्गी (येमली) मे शिबीर लगाकर मामले को जल्द से जल्द सुलझाने और आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। उपरोक्त सभी अधिकारी अपने सहकारी अधिकारी और जवानो केे साथ एकत्रीत आकर अतिरीक्त पुलिस अधीक्षक अहेरी एम. रमेश सा. स्वयं के प्रत्यक्ष मार्गदर्शन में पाच टीमो का गठन किया गया। सभी पांच टिमों को अपराध संम्बधीत सभी मामलो की गहन जांच के लिए अलग अलग जबाबदारी दी गई।
जांच के दौरान अभियोजक (फिर्यादी) ने रिपोर्ट देते समय किसी पर संदेह नहींं जताया और न ही अपने पिता के किसी विवाद का जिक्र किया, लेकिन घटना से दो दिन पहले जब अभियोजक (फिर्यादी) और उसका भाई खेत से लौट रहे थे तब दो अज्ञात लोगो ने उसके परिवार की हत्या करने की धमकी दी थी। यह जानकारी पुलिस को रिपोर्ट दर्ज होने के चार दिन बाद दी गई। यह जानकारी अत्यंत महत्वपुर्ण होने के बावजुद भी अभियोजक (फिर्यादी) और उनके परिवार वालो ने पुलिस से छुपाकर रखने से पुलिस का शक अभियोजक (फिर्यादी) और उनके परिवार वालो के पर होने लगा। मौेजा गुंडापुरी गाव में पुलिस के गुप्त मुखबिरों से पुष्टी हुई कि, मृतक देवु कुमोटी यह इस इलाके का बडा पुजारी था, वह जादु टोना करके लोगो को बीमार करता था उससे उनकी मौत हो जाती हैं। ऐसा शक गुंडापुरी और आसपास के गाव लोगों को था। पर पुलिस के जांच से यह निष्पण हुआ की, हाल ही में जीन व्यक्तीओंका मृत्यु हुआ हैं उसका कारण कॅन्सर और अन्य गंभीर बीमारीयोंसे पीडित होने के बावजूद भी उनके रिश्तेदार उन्हे बिना इलाज के अलग अलग पुजारियों के पास ले गए और उनकी हालत बिगडती गई और उनकी मृत्यु हो गई। चंूकि मृतक के परिजनों का मानना था कि, मृतक देवु कुमोटी यह जादु टोना करता था, इसलिए गाव के लोगो मे काफी गुस्सा था। इस संबध में गाव में दो–तीन बार पंचायत बुलाई गई और उस पंचायत के दौरान मृतक देवु कुमोटी को उसीके परिवारके लोगो से समझाइश दी थी।
लोगो के बिमारीओंका कारण मृतक देवु कुमोटी यह हैं ऐसे मानकर उसीके पुत्र सह नौ आरोपियोंने ने साजीश रचकर मृतक देवु कुमोटी के सर पर लोहे के हतौडीसे मार कर, मृतक की पत्नी बिच्चे कुमोटी की धारधार चाकुसे गला काटकर हत्या कर दी। घटने के दिन मृतक की नातीन कु अर्चना तलांडी र. मरकल यह साथ थी। वह हमे पहचानकर पुलिस को हमारे बारे मे जानकारी दे सकती हैं। इस डर से आरोपीयोंने कोई विचार न करते हुए उसकी भी धारधार चाकु से गला चीर कर हत्या कर दी। ऐसा पुलिस के जांच के दरम्यान निष्पन्न होते ही उपरोक्त सभी आरोपीयोको तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।
उक्त घटना को आरोपीयांे द्वारा बहुत ही योजनाबद्ध् तरीके से एवं ठंडे दिमाग से अंजाम दिया गया हैं और चूंकि आरोपी यह मृतक के करीबी रिश्तेदारों से पुछताछ करने पर ग्रामीणो ने पुलिस प्रणाली के प्रति सुरुवाती मे नाराजगी व्यक्त की, परंतु पुलिस ने अपना धैर्य न खोते हुए अपराधीआंे के हर छोटी छोटी हरकतो पर कडी नजर रखी और बार-बार संदिग्धों से पूछताछ जारी रखी फीर भी उनके बीच बडा अंतर नजर आने कारनवश पुलिस ने सभी गुंडापुरी निवासियों की एक बैठक बुलाकर आश्वत किया की, संशयीत आरोपी कैसे झुठ बोलकर पुलिस और गाववासीयों को, कीस प्रकार गुमराह कर रहे हैं। आरोपी समय समय पर अलग- अलग जानकारी दे रहे थे, इसलिए ग्रामवासीयों को भी यकीन हो गया कि, वह झूठ बोल रहे हैं। अंतत: पुलिस ने सभी संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लेकर उनसे अपराध के संबंध मे गहनता से पूछताछ की तब आरोपियों ने अपराध किया यह निष्पण हुआ।
उक्त गंभीर एव जटिल अपराध में पुलिस द्वारा बहुत ही धैर्यपूर्वक एवं लगातार अपराध की जांच करके खुलासा कर नौ अपराधीयोें को गिरफ्तार करने पर ग्रामीणो ने संतोष जाताया हैं। उक्त कार्यवाही मा. पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल सा., मा. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अहेरी एम. रमेश सा., अनुमंडलीय पुलिस अधिकारी हेडरी. बापुराव दडस, पुलिस निरीक्षक उल्हास भुसारी, सपोनि. राहुल आव्हाड, पोमके बुर्गी (ये) प्रभारी अधिकारी पोउपनि. सचिन आरमाळ, पोउनि. सोमनाथ पुरी, पोउपनि. सुयश ढोले, मपोउपनि. नेहा हांडे, श्रेणीपोउपनि. भास्कर हुर्रे, स्थानिक गुन्हे शाखा के पोहवा/अकबरशाह पोयाम, पोअं प्रशांत गरफडे व पोमके बुर्गी (ये) के पोहवा/राजु वंडेमवार, मपोहवा/पुष्पा कन्नाके, छाया वेलादी, सिदो किरंगे, मपोअं/साधना येमला, रंजना सानप, विदया उदे, सुरेखा वेलादी, पोअं/मंगेश तुंबडे, दिपंकर मंडल, महेश आतला, विकास सोयाम, मनोज उईके, धनराज आत्राम, प्रदिप गवई, विनोद गायकवाड, अविनाश कुमरे, विक्की बेपारी, सुनिल टेकाम, खुशाल कुळमेथे व रंगु गावडे इन्होने दिनरात मेहनत कर इस अपराधका खुलासा किया है।
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GADCHIROLI POLICE SOLVE’S MYSTERY BEHIND GUNDAPURI TRIPLE MURDER, ARRESTS NINE ACCUSED
The Gadvishva
Gadchiroli : On the night of 06/12/2023, an incident of murder was reported in Gundapuri village under the jurisdiction of Maoists-sensitive AOP Burgi (Yemli) in Bhamragad tehsil, in which three victims were brutally murdered using crude weapons such as hammer and knife by some unknown accused persons. The victims were identified as Devu Kumoti aged 60 yrs, Mrs. Bichhe Devu Kumoti, aged 55 yrs and Ms. Archana Talandi, aged 10 yrs. As soon as this matter was reported at AOP Burgi, a case was registered at PS Aldandi based on the complaint filed by the son of the deceased, namely Vinu Devu Kumoti.
This heinous triple murder incident committed by unknown assailants on a single night shook the entire district of Gadchiroli and aroused deep anguish in the society, demanding strict and severe punishment for the perpetrators of the crime. Taking note of the seriousness and severity of the incident, SP Gadchiroli Neelotpal handed over the investigation of the crime to the Local Crime Branch to detect the crime at the earliest. With immediate effect, the newly joined Addl. SP Aheri (Pranhita) M. Ramesh, Sub-divisional Police Officer Hedri Bapurao Dadas, Local Crime Branch PI Ulhas Bhusari along with his investigation team camped at AOP Burgi (Yemli) and the team was tasked to crack the case at the earliest and arrest the accused. All the above officers along with their subordinate officers and staff camped at AOP Burgi (Yemli) and five investigation teams were formed under the direct guidance of Addl. SP Aheri,M. Ramesh. Each investigation team was assigned specific responsibilities to thoroughly scrutinize all aspects of the case and ensure a comprehensive examination of every detail of the case.
At the time of filing the complaint, the complainant did not suspect anyone or gave any information regarding his father’s dispute with anyone. However, four days after the report was filed, the complainant came up with an input that two unknown men had threatened himself and his elder brother to assassinate his family two days before the incident, while they were returning from the farm. Even though the said matter was crucial in relation to the crime, the complainant and his family kept the matter hidden from police as well as from majority of the villagers, turning the needle of suspicion turned towards the complainant and his family members. Confidential information was received by the Police from the village Gundapuri that the deceased Devu Kumoti was a notable priest of the area and he was practicing black magic. It was widely suspected that many people used to fall sick and die later due to the black magic of the priest. But the police investigation revealed that the persons who died in this area in the recent past were suffering from cancer and other serious diseases but their relatives took them to different priests without medical treatment and they died due to further deterioration in their condition. But the relatives of the deceased were very angry with the deceased Devu Kumoti as they believed that he was practicing black magic and this led to the deaths. In this regard, Panchayat was convened two to three times in the village and during that Panchayat, the deceased Devu Kumoti was given a warning by the villagers and affected people to stop practicing black magic.
It appears that due to the perceived role of Devu Kumoti in people’s illnesses, the sons of the deceased, namely 1) Ramesh Kumoti, 2) Vinu Komoti (complainant), along with his relatives 3) Joga Kumoti, 4) Guna Kumoti, 5) Raju Atram (Yemla), 6) Nagesh @ Golu Yemla, 7) Sudha Yemla, 8) Kanna Hichami, all residents of Gundapuri and the deceased’s son-in-law 9) Tanaji Kangali, resident of Visamundi, tah. Bhamragad, dist. Gadchiroli hatched a conspiracy and killed the deceased Devu Kumoti by hitting on his head with a hammer and slitting the throat of the deceased’s wife Bichhe Kumoti with a sharp knife. On the day of the incident, the granddaughter of the deceased Archana Talandi, resident of Markal village was also sleeping by side of the deceased. Fearing that she would recognize them and inform the police, the accused persons killed her also by slitting her throat with a sharp knife without giving a second thought. As these events have come to the fore during investigation, the above mentioned nine accused persons have been arrested by the police.
The said incident was a very planned and cold-blooded murder by the accused as the accused in the incident were close relatives of the deceased and the police were investigating them with suspicion, the villagers also expressed their
displeasure with the investigation at the beginning. But the investigation team continued with their line of investigation and kept a watchful eye on every minute movement of the accused and repeatedly interrogated the suspects. Since there was misunderstanding among villagers, the police department called a meeting of all the Gundapuri residents and convinced them how the suspected accused were lying and misleading the police and the villagers. Finally, after detaining all the suspected accused, the police conducted a thorough investigation with reference to the crime, and it was found that the accused persons have committed the said crime of triple murder.
The villagers have also expressed their satisfaction on the investigation of such a serious and complex crime with great patience and consistency and brought the crime to light and arrested the nine accused. The investigation was conducted under the guidance of Neelotpal, SP Gadchiroli, by a team headed by M. Ramesh, Addl. SP Aheri (Pranhita), comprising of Bapurao Dadas, Sub-divisional Police Officer Hedri, LCB Police Inspector Ulhas Bhusari along with API Rahul Avhad, HC/Akbarshaha Poyam, Prashant Garfade, PSI Sachin Armal, In-charge of AOP Burgi (Yemli), PSI Somnath Puri, PSI Suyash Dhole, WPSI Neha Hande, PSI Bhaskar Hurre, WHC/Pushpa Kannake, Chaya Veladi, Sido Kirange, MPC/Sadhana Yemla, Ranjana Sanap, Vidya Udey, Surekha Veladi, PC/ Mangesh Tumbade, Dipankar Mandal, Mahesh Atala, Vikas Soyam, Manoj Uikey, Dhanraj Atram, Pradip Gawai, Vinod Gaikwad, Avinash Kumare, Vicky Bepari, Sunil Tekam, Khushal Kulsange and Rangu Gawade who worked tirelessly throughout day and night contributing significantly to the solving of the triple murder mystery.